
आप चाहे कोई भी अखबार उठाकर पढ़ें, टीवी
देखें या रेडियो सुनें, हर कहीं आपको आतंकवाद, लड़ाइयों और जुर्म की खबरें
सुनने को मिलेंगी! आप खुद अपनी ही परेशानियों को देख लीजिए। आप शायद किसी
बीमारी की वजह से या अपने किसी अज़ीज़ की मौत की वजह से बहुत मायूस हों।
आज हर कोई पीड़ा से भरा हुआ है
खुद से पूछिए:
- क्या परमपिता ने इंसानों के लिए यही सब चाहा था?
- मेरी समस्याओं का समाधान क्या कभी सम्भव है ?
- क्या कभी इस धरती पर शांति होगी?
श्री श्री ठाकुर का सान्निध्य हमें हर बात का जवाब और हर समस्या का सहज समाधान देता है.
दिल को राहत पहुँचाता हैं।
2 टिप्पणियां:
जय गुरू
जय गुरू
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