श्रीश्रीठाकुर ~ अपने दैनन्दिन आहार के अनुपात मेँ इष्टभृति का अर्घ्य निवेदन करना चाहिये, यह भी निम्नतम है इससे कम तो और भी विषम है जो नहीँ होना चाहिये । क्षमता रहने पर कभी भी इष्टभृति अर्घ्य मेँ कमी नहीँ करनी चाहिये क्योकि ऐसा करना कपट है । अत: कपटी नहीँ होना चाहिए । आहार के अनुरुप तथा उससे अधिक इष्टभृति-अर्घ्य
-ऋषभ
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